
ग्रामीण विकास एक बड़ी जिम्मेदारी
धार। ग्रामीण विकास एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे पंचायत प्रतिनिधियों को नियत और न्याय की भावना से स्वीकार करना होगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल धार में आयोजित पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सांसद रहते हुए सदैव कृषि और ग्रामीण विकास विषयक संसदीय समितियों में रहकर देश भर में इन विषयों को गहराई से समझने का प्रयास किया। अब प्रदेश में मंत्री के रूप में उन्हें इन नीतियों को लागू करने का अवसर मिला है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों, वृक्षारोपण और योजनाओं का रिकॉर्ड पारदर्शिता से रखें।
“एक पेड़ माँ के नाम”
मंत्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश नदियों का मायका है, लेकिन जल संकट की आहट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जल संरक्षण हेतु वृक्षारोपण ही सबसे स्थायी उपाय है। उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत व्यापक पौधारोपण का आह्वान किया और कहा कि “जो पौधा आप लगाते हैं, उसकी देखभाल आपकी व्यक्तिगत जवाबदेही है
कोई भी पंचायत अब भवन विहीन नहीं रहेगी
पुराने, जीर्ण-शीर्ण पंचायत भवनों को तोड़कर 48 लाख और 37 लाख रुपये की लागत से नए भवनों की मंजूरी दी गई है। कोई भी पंचायत अब भवन विहीन नहीं रहेगी। धार जिले में इस वर्ष 81 पंचायत भवन और 85 पुलियों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। साथ ही, चौथे चरण की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत अब मजरे-टोले को भी जोड़ा जा सकेगा, जिसके लिए राजस्व ग्राम की शर्त हटा दी गई है।
केंद्रीय राज्यमंत्री सवित्री ठाकुर ने की अपील
पंचायत प्रतिनिधि सरकार की योजनाओं को गाँव-गाँव तक पहुँचाने का कार्य करें कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री सवित्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में जुट जाएँ। सम्मेलन में अतिथियों द्वारा उत्कृष्ठ कार्य करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया। सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार सिंह मेढ़ा, विधायक नीना वर्मा और कालूसिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव,नीलेश भारती व चंचल पाटीदार ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया तथा जिला पंचायत सीईओ अभिषेक चौधरी सहित बड़ी संख्या में सरपंच व पंच उपस्थित रहे।
